राजेश बैरागी।क्या उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा और प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी में इतनी आत्मीयता है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के निजी लॉ कॉलेज में एक भाजपाई विधान परिषद सदस्य अपनी विधायक निधि से कमरे बनवाने के लिए धन उपलब्ध करा दे? इस मामले को सार्वजनिक करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर एक पत्र को वायरल करने की टाइमिंग को लेकर भी राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पत्र ने धुर विरोधी समाजवादी पार्टी और भाजपा के पर्दे के पीछे पनपने वाले प्रेम को उजागर कर दिया है। यह पत्र समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी द्वारा 8जनवरी 2025 को मेरठ-सहारनपुर स्नातक सीट से एम एल सी दिनेश गोयल को अपने निजी लॉ कॉलेज विजय सिंह पथिक इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ के लेटरहेड पर बतौर सचिव लिखा गया है। इसमें एम एल सी से अपनी विधायक निधि से उक्त कॉलेज में दो कमरे बनवाने की याचना की गई है। जनप्रतिनिधि से ऐसी याचना करने में कुछ भी ग़लत नहीं है। परंतु बात यदि भाजपाई विधान परिषद सदस्य द्वारा समाजवादी पार्टी नेता के निजी कॉलेज को आर्थिक सहायता देने की हो तो बातें बनना स्वाभाविक है। नेक दृष्टि द्वारा प्राप्त की गई जानकारी में यह पुष्टि हुई है कि एम एल सी दिनेश गोयल की सिफारिश पर उनकी विधायक निधि से राजकुमार भाटी के कॉलेज को कमरे बनवाने के लिए 12 लाख रुपए अनुदान स्वीकृत किया गया है। इसमें से सात लाख बीस हजार रुपए बीते जुलाई माह में कॉलेज को प्राप्त भी हो गये हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा यह है कि समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता के निजी कॉलेज को अनुदान देने में भाजपाई विधान परिषद सदस्य की रुचि का क्या कारण रहा है। जबकि सार्वजनिक मंचों पर भाजपा को पानी पी पी कर कोसने का कोई मौका राजकुमार भाटी नहीं छोड़ते हैं।राजकुमार भाटी के पत्र को दो दिन पहले सार्वजनिक करने के समय को लेकर भी सवाल पूछे जा रहे हैं। राजनीतिक हलकों में उठ रहे प्रमुख सवाल इस प्रकार हैं – क्या राजकुमार भाटी और भाजपाई एम एल सी दिनेश गोयल के बीच करीबी संबंध हैं? यदि दोनों के बीच करीबी संबंध हैं तो क्या आगामी मेरठ-सहारनपुर स्नातक सीट पर होने वाले चुनाव में राजकुमार भाटी अंदरखाने पार्टी प्रत्याशी के स्थान पर दिनेश गोयल का साथ देंगे? यदि ऐसा कुछ भी नहीं है तो भाजपाई एम एल सी द्वारा समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता के निजी कॉलेज को अपनी विधायक निधि से पैसा क्यों दिया गया?इन सवालों के बरअक्स राजकुमार भाटी के पत्र को इस समय वायरल करने की टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। दरअसल मेरठ सहारनपुर स्नातक खंड से विधान परिषद सदस्य का चुनाव निकट भविष्य में होना है। इस सीट पर दिनेश गोयल पुनः भाजपा प्रत्याशी हो सकते हैं जबकि समाजवादी पार्टी ने वरिष्ठ अधिवक्ता व गौतमबुद्धनगर जिला न्यायालय बार एसोसिएशन अध्यक्ष प्रमेंद्र भाटी को प्रत्याशी घोषित किया है। वायरल हो रहे पत्र से इस आगामी चुनाव में राजकुमार भाटी की पार्टी के प्रति सत्यनिष्ठा साबित करने की चुनौती पेश करने के साथ दिनेश गोयल की अपनी पार्टी के प्रति निष्ठा को भी सवालो के घेरे में ला दिया है। जहां तक समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी प्रमेंद्र भाटी का सवाल है तो उनके लिए यह वायरल हो रहा पत्र दोनों हाथों में लड्डू थमाने वाला साबित हो सकता है








Leave a Reply