-राजेश बैरागी-
गत 6 जुलाई को ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पी-3 के फव्वारे के कुंड में डूबने से एक छः वर्षीय बच्चे पृथ्वी की मौत की घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से रिपोर्ट तलब की है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से मिली जानकारी के अनुसार ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पी-3 में 6 जुलाई को एक बंद पड़े फव्वारे के कुंड में पास में ही रहने वाले छः वर्षीय बालक पृथ्वी की डूबने से मौत हो गई थी। यह फव्वारा लंबे समय से चलाया नहीं जा रहा था। इसके संबंध में सेक्टर निवासियों द्वारा प्राधिकरण को शिकायत करने के बावजूद संबंधित उद्यान विभाग अथवा इलेक्ट्रीकल व मेंटेनेंस विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। दिलचस्प बात यह है कि लगभग तीन वर्ष पहले तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने इस फव्वारे के कुंड को निष्प्रयोज्य मानते हुए बंद करने के आदेश दिए थे। हालांकि पार्क में लगे इस फव्वारे को चालू करने के बारे में क्यों विचार नहीं किया गया, यह प्रश्न भी जवाब मांगता है। बहरहाल इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण मानते हुए मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी के निर्देश पर प्राधिकरण द्वारा अपने स्तर पर जांच और आवश्यक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इस बीच गत 11 जुलाई को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक राष्ट्रीय समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार पर स्वत: संज्ञान लेते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अध्यक्ष व पुलिस आयुक्त से इस घटना के संबंध में दो सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।आयोग के नोटिस केस संख्या-14635/24/30/2025 की प्रति उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक को भी भेजी गई है।
फव्वारे के कुंड में डूबने से मौत मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और पुलिस आयुक्त से रिपोर्ट तलब

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